Gold Custom Duty: गोल्ड पर कस्टम ड्यूटी बढ़ने से ज्वेलर्स और ग्राहकों को बड़ा झटका, जानिए ज्वेलर्स की राय

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Gold Custom Duty, सोने पर इंपोर्ट ड्यूटी: सरकार ने सोने पर इंपोर्ट ड्यूटी में 5 फीसदी की बढ़ोतरी की है। सरकार के अचानक उठाए इस कदम से ज्वेलर्स और ग्राहक हैरान रह गए। देश के बढ़ते घाटे और गिरते रुपए को देखते हुए सरकार को सबसे पहले ज्वेलर्स की याद आई और सोने पर इंपोर्ट ड्यूटी 5 फीसदी बढ़ा दी।

इससे ज्वेलर्स के साथ ग्राहकों को भी बड़ा झटका लगा है। ज्वेलर्स के मुताबिक इससे सोने की तस्करी बढ़ेगी और ईमानदार ज्वेलर्स को दिक्कत होगी। दूसरी तरफ भाव बढ़ने से सोने की मांग कम होगी और ग्राहक नहीं आएंगे। चांदी पर इंपोर्ट ड्यूटी में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है।

सोने पर इंपोर्ट ड्यूटी को 7.5 फीसदी से बढ़ाकर 12.5 फीसदी कर दिया है। टैक्स मिलाकर अब सोने पर 15 फीसदी कस्टम ड्यूटी देनी होगी। इसमें 3 फीसदी जीएसटी भी जुड़ेगा। मतलब अब सोने पर कुल 18 फीसदी टैक्स हो गया है। एक झटके में सोने का भाव 1000-1500 रुपए महंगा हो गया।

देश के 55 हजार ज्वेलर्स के फेसबुक ग्रुप ‘सुनार ज्वेलर्स एकता’ से जुड़े

ऑल इंडिया ज्वेलर्स और गोल्डस्मिथ फेडरेशन के नेशनल प्रेसीडेंट पंकज अरोरा ने एक बयान जारी कर कहा कि सरकार के सोने पर कस्टम ड्यूटी बढ़ाने से आने वाले समय में सोने की मांग कम होगी और पहले से मंदी की मार से परेशान स्वर्णकार व सराफ और परेशान होगा। सरकार के इस कदम से देश में अनुचित रास्तों से आने वाला सोना बाजार में ज्यादा आएगा जिससे नियमानुसार काम करने वाले ज्वेलर्स का और नुकसान होगा।

कासगंज जिला सर्राफा एसोसिएशन जनपद कासंगज के जिला महामंत्री दीपक गुप्ता के मुताबिक गोल्ड इंडस्ट्री पहले ही मंदी की मार झेल रही है। भाव में फर्क की बड़ी चुनौती रहेगी जिससे डिजिटल लेनदेन पर भी फर्क आएगा। गोल्ड प्राइस टुडे के फेसबुक पेज सुनार ज्वेलर्स एकता पर पूछे गए सवाल के जवाब में कई ज्वेलर्स ने हैरानी जताई है। उनके मुताबिक इससे ज्वेलर्स को नुकसान होगा। सरकार ने सोशल वेलफेयर सेस को सोने पर से हटा दिया है।

गोल्ड प्राइस टुडे के फेसबुक पेज सुनार ज्वेलर्स एकता पर ज्वेलर्स की राय देखें

यहां देखिए सोने पर कस्टम ड्यूटी बढ़ाने से 1 लाख रुपए के सोने पर अब कितना टैक्स देना होगा। GJC के मुताबिक 1 लाख के सोने पर अब 12.5 फीसदी के हिसाब से 12500 रुपए टैक्स लगेगा। इसमें 2.5 फीसदी एग्रीकल्चर और इंफ्रास्ट्रक्चर सेस मतलब 2500 रुपए और जुड़ेगा। इस तरह से अब कुल कस्टम ड्यूटी 15000 रुपए हो जाएगी। इसमें 3 फीसदी जीएसटी जुड़ेगा। जो कि 115000 का 3450 रुपए होगा। इस तरह से अब एक लाख रुपए के सोने पर 18450 रुपए का टैक्स लगेगा। मतलब टैक्स मिलाकर 118450 रुपए देने होंगे।

सोने पर टैक्स 2022

ड्यूटी बढ़ने से पहले 1 लाख रुपए के सोने पर कस्टम ड्यूटी, एग्री सेस, सोशल वेल्फेयर सेस और जीएसटी मिलाकर कीमत 114072 रुपए थी। मतलब 1 लाख रुपए के सोने पर अब 4378 रुपए का अतिरिक्त टैक्स लगेगा।

सोने पर इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ने के बाद सोने, चांदी का भाव देखें

समझते हैं सरकार ने आखिर इतना बड़ा कदम क्यों उठाया? दरअसल भारत सोने का आयात करता है। इसके लिए हमको डॉलर खर्च करने होते हैं। भारत का सालाना सोने का इंपोर्ट 800-1000 टन तक रहता है। इस कारण से करोड़ों डॉलर हम बाहर भेज देते हैं। इस कारण से डॉलर के मुकाबले रुपए की कीमत घट जाती है। डॉलर के मुकाबले रुपया 79 के स्तर तक पहुंच गया है।

मई के महीने में भारत ने 107 टन सोना आयात किया। अगर हम सोने का भाव 50 हजार रुपए माने तो अकेले मई में 53500 करोड़ रुपए का सोना भारत में आ चुका है। जून में भी सोने के आयात में भारी बढ़ोतरी हुई। इस कारण से सरकार के करेंट अकाउंट घाटे पर प्रभाव पड़ रहा है। इस कारण सबसे पहले सरकार को ज्वेलर्स की याद आई और सोने पर इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ा दी।

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रुपया कमजोर होने से आयात करने पर डॉलर के मुकाबले हमें ज्यादा रुपए देने होते हैं। जिस कारण से रुपए की वैल्यू घट जाती है। 1 साल पहले किसी चीज के आयात के लिए हम अगर 70 रुपए दे रहे थे तो आज 79 रुपए देने पड़ रहे हैं। ज्यादा रुपए देने के लिए हमें ज्यादा रुपए छापने पड़ेंगे। इसका असर महंगाई पर भी पड़ता है। सोना महंगा होने से आयात कम होगा जिससे रुपया मजबूत रहेगा।