Gold, सोने की न्यूज, सोने का भंडार: उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में सोने का बड़ा भंडार मिला है। इसकी कीमत इतनी है कि आपके पैरों तले जमीन खिसक जाएगी। जिओलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (जीएसआई)- भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के अनुसार उत्तर प्रदेश के दूसरे सबसे बड़े जिले सोनभद्र की सोन पहाड़ी एवं जिले के हरदी ब्लॉक में 3 हजार टन से भी ज्यादा सोने का भंडार है।
इस बहुमूल्य खनिज के खनन के लिए भूतत्व एवं खनिकर्म निदेशालय द्वारा तैयारियां भी शुरु कर दी गई हैं। अब उत्तर प्रदेश भारत का 5वां ऐसा राज्य हो चुका है, जहां सोने का बढ़ा भंडार मिला है।
इस कड़ी में खनिकर्म निदेशालय के निदेशक रोशन जैकब ने सोनभद्र जिले में सोने के साथ मिले अन्य महत्वपूर्ण ,खनिजों के खनन के लिए नीलामी किए जाने के आदेश भी जारी कर दिए हैं। सरकारी सूत्रों के मुताबिक सोनभद्र जिले की सोन पहाड़ी पर 2943.26 टन सोना और जिले के हरदी ब्लॉक में 646.15 किलो सोने का भंडार है।
अगर हम 1 किलो सोने की कीमत 42 लाख रुपए माने तो ये 1 टन सोने की कीमत 420 करोड़ रुपए होती है। इस हिसाब से 100 टन सोने की कीमत 42 हजार करोड़ रुपए और 1 हजार टन की कीमत 4.2 लाख करोड़ रुपए होती है। 3 हजार टन सोने की कीमत 12.6 लाख करोड़ रुपए है।
ई-टेंडरिंग से होने वाली नीलामी प्रक्रिया शुरु होने से पहले सोनभद्र जिले के खनिज स्थलों की जिओ टैगिंग भी की जाएगी। सोनभद्र जिले के खनिज स्थलों की जिओ टैगिंग के लिए केन्द्र सरकार के अंतर्गत आने वाले विभाग भूतत्व एवं खनिकर्म निदेशालय की उत्तरप्रदेश शाखा द्वारा 7 सदस्यों की कमेटी भी बानाई गई।
यह टीम 22 फरवरी (कल) तक अपनी रिपोर्ट भू-तत्व एवं खनिकर्म निदेशालय को देगी, उसके बाद ही प्रदेश सरकार सोने की खदान की नीलामी प्रक्रिया शुरू करेगी।
सोनभद्र में सोने की खदान मिलने की पुष्टि होने के साथ ही दुनिया की सबसे महंगी धातू यूनेरियम का भंडार पाए जाने की संभावना भी जताई जा रही है।
जिओलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया द्वारा सोने की खोज के बाद परमाणु ऊर्जा विभाग, हैदराबाद की टीम भी बीते एक माह से ज्यादा समय से सोनभद्र जिले के म्योरपुर हवाई पट्टी से हेलीकाप्टर द्वारा एरो जेनेटिक सिस्टम के जरिए यूरेनियम की खोज कर रही है।
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उत्तरप्रदेश के सोनभद्र जिले की जिस सोन पहाड़ी पर 3 हजार टन सोने के भंडार की खोज हुई है, उस भंडार को खोजने की कोशिश अंग्रेजों ने भी की थी। भारत में अपने शासनकाल के दौरान ईस्ट इंडिया कंपनी और ब्रिटिश सरकार सोनभद्र में सोना खोजने की कोशिश की, लेकिन अंग्रेज अपनी इस कोशिश में नाकाम रहे थे।
उस समय के बाद से ही सोनभद्र की उस पहाड़ी को सोन पहाड़ी के नाम से प्रसिद्धि मिली। भारत सरकार ने 1980 के दशक के दौरान पहली बार सोनभद्र सोने के भंडार की खोज शुरू की। इस दौरान जिले में कुछ स्थानों को चिह्नित किया गया था। इसके बाद 1990-92 में दूसरी बार फिर सोने की खोज शुरू की गई थी, इस बार सरकार को आशातीत परिणाम भी मिले।
इनके आधार पर सोनभद्र जिले में सोने के भंडार की संभावना वाले दो स्थान चिन्हित किए गए। इन्हीं पुरानी कोशिशों और परिणामों के आधार सरकार ने 2005 से लेकर 2012 तक कई चरणों में सोने के भंडार तलाशने की प्रक्रिया को अंजाम दिया।
2012 में जिओलॉजिलक सर्वे ऑफ इंडिया सोनेपहाड़ी में सोने के भंडार होने की पुष्टि कर दी, हालांकि तब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया था कि यहां कितना सोना है। अब जाकर जीएसआई ने सोने के भंडार की वास्तविक मात्रा की स्पष्ट जानकारी मीडिया से साझा की।
सोनभद्र में सोने के भंडार की पुष्टि होने के बाद जल्द ही यहां सोने का खनन शुरू हो जाएगा। इसके साथ ही उत्तरप्रदेश भारत में सोने की खदान वाला 5वां राज्य होगा। इसके पहले कर्नाटक, आंध्रप्रदेश, झारखंड एवं केरल में मौजूद सोने के भंडार से खनन किया जा रहा है।
कर्नाटक भारत में सबसे बड़ा सोने का उत्पादक राज्य है। यहां से पूरे देश का करीब 88.7 फीसदी सोना निकाला जाता है। यहां कोलार, धारवाड़, हसन और रायचूर जिलों से सोना निकाला जाता है। माना जाता है कि कर्नाटक में करीब 17 लाख टन सोने के अयस्क का भंडार है।
देश के बड़े शहरों में सोने का भाव यहां जानिए
यह देश का दूसरा सबसे बड़ा सोना उत्पादक राज्य है। यहां अनंतपुर जिले के रामागिरि में सोने की खदानें हैं। इसके के अलावा चित्तूर और पालाच्चूर में भी कुछ मात्रा में सोने का भंडार है। झारखंड और केरल में भी होता हैं सोने का खनन
झारखंड राज्य करीब 344 किलो सोने का उत्पादन हर साल करता है। यहां अधिकतर सोना सुवर्ण रेखा नाम की नदी में पाया जाता है। यह सोना नदी की रेत में जलोड़ के रूप में पाया जाता है। यहां सिंहभूमि और सोनापट घाटी प्रमुख स्वर्ण उत्पादन केंद्र हैं। वहीं केरल के पुन्ना पुझा और छवियार में पुझा नदी के पास कुछ इलाकों में सोना पाया जाता है।
उत्तरप्रदेश के बाद राजस्थान में भी सोने का खनन शुरू हो सकता है। भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण विभाग (जीएसआई) के अनुसार राजस्थान में सोने की खोज में नई संभावनाएं सामने आई हैं। राज्य के उदयपुर और बांसवाडा जिले के भूकिया डगोचा में सेाने के भंडार मिले हैं। इन दोनों स्थानों पर करीब 11.48 करोड़ टन सोने के भंडार होने की संभावना है।
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