Wednesday, May 8, 2024
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Jewellery Karigar, Rahul Desai IIG Mumbai: ज्वेलरी कारीगर के बेटे ने बनाया कारीगरों के लिए इंस्टीट्यूट, 1 लाख लोगों को दी ट्रेनिंग

Jewellery Karigar, Jewellery Design, International Institute of Gemology, Rahul Desai: आजकल कई लोग ज्वेलरी कारीगरी को छोटा काम मानकर अपने बच्चों को ज्वेलरी कारीगरी नहीं सीखा रहे हैं। इस कारण से देश में ज्वेलरी कारीगरों की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है। ये बात एक ज्वेलरी कारीगर के बेटे को समझ आई और उसने कारीगरों और ज्वेलरी डिजाइनिंग सीखने वालों के लिए इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ही बना दिया। हम बात कर रहे हैं इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ जेमोलॉजी (International Institute of Gemology) के एमडी और सीईओ राहुल देसाई (Rahul Desai) की।

राहुल देसाई खुद एक हीरा कारीगर के बेटे हैं और उन्होंने अपने पिताजी से सीख लेते हुए ज्वेलरी कारीगरों और ज्वेलरी डिजाइनिंग के क्षेत्र में आने वाले नए लोगों के लिए इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ जेमोलॉजी (IIG) की शुरूआत की और वो अब तक 1 लाख लोगों को ज्वेलरी डिजाइनिंग की ट्रेनिंग दे दी।

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आईआईजी के कैंपस मुंबई, सूरत, कोलकाता और बंगलूरू में है। राहुल देसाई (Rahul Desai IIG) अपने इंस्टीट्यूट इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ जेमोलॉजी को अंतराष्ट्रीय स्तर पर भी पहुंचा चुके हैं। उनका एक कैंपस हांगकांग में भी है। आईआईजी में टीचर्स की मदद से छात्रों और पहले से काम कर रहे कारीगरों को जेमोलॉजी, डायमंड और सोने, चांदी की ज्वेलरी के डिजाइन के कोर्स सीखाए जाते हैं।

इंस्टीट्यूट के सीईओ राहुल देसाई ने Gold Price Today से बातचीत में बताया कि यहां हिंदी, अंग्रेजी समेत अन्य भाषाओं में ट्रेनिंग दी जाती है। साथ ही आप ऑनलाइन कोर्स भी सीख सकते हैं। राहुल देसाई का मानना है कि ज्वेलर्स को और कारीगरों को भी अपने बच्चों को ज्वेलरी डिजाइनिंग की ट्रेनिंग दिलवाना चाहिए। इससे उनकी परंपरा बची रहेगी। इससे उनको नए डिजाइन के लिए भटकना नहीं पड़ेगा और ग्राहकों की नए-नए डिजाइन की मांग भी पूरी हो जाएगी।

ज्वेलर्स क्यों अपने बच्चों को ज्वेलरी बिजनेस में लाएं सुनिए आईआईजी के सीईओ राहुल देसाई से।

अगर आप फिलहाल में ज्वेलरी कारीगरी का काम करते हैं तो इस तरह के इंस्टीट्यूट में ट्रेनिंग लेकर आप नए जमाने के डिजाइन सीख सकते हैं। खुद नए डिजाइन बना सकते हैं।अगर आप सोने, चांदी की ज्वेलरी, हीरे या जेम्स के कारीगर बनना चाहते हैं तो इसके लिए आपको ट्रेनिंग की जरूरत है। ट्रेनिंग होने पर आप बेहतर और नए जमाने के डिजाइन बना सकेंगे साथ ही आपकी आमदनी भी बढ़ेगी। इसके साथ ही आज की नई पीढ़ी जो ज्वेलरी का काम नहीं सीखना चाहती है उसको भी नई राह मिलेगी।

इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ जेमोलॉजी में डायमंड, ज्वेलरी और जेमोलॉजी से जुड़े 25 से ज्यादा कोर्सेस हैं। इसमें मास्टर्स इन जेमोलॉजी, जेमोलॉजी ग्रेजुएट, नवरत्नम, पर्ल ग्रेजुएट, मास्टर्स इन डाइमंड, रफ डाइमंड ग्रेजुएट, डाइमंड ट्रेनिंग कोर्सेस, मास्टर्स इन जेम्स एंड ज्वेलरी, मास्टर्स इन ज्वेलरी डिजाइन जैसे कोर्स प्रमुख है।

पिछले 56 साल से चल रहे इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ जेमोलॉजी (International Institute of Gemology) के कैंपस मुंबई, सूरत, कोलकाता और बंगलूरू में है। अगर आप भी इस इंस्टीट्यूट के कोर्स करना चाहते हैं तो आप International Institute of Gemology (IIG) मुंबई के हेड ऑफिस में 9322262357 या 02249717444 पर संपर्क कर सकते हैं। इसका पता 1508 पंचरत्न बिल्डिंग, एम परमानंद मार्ग, ओपेरा हाउस, मुंबई है।

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इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ जेमोलॉजी के सीईओ राहुल देसाई का पूरा इंटरव्यू यूट्यूब पर देखें।
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