Reliance Jewellery Showroom: देहरादून रिलायंस ज्वेलरी शोरूम में 20 करोड़ की ज्वेलरी लूटने वाला मुख्य आरोपी गिरफ्तार, पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली

Dehradun Reliance jewellery showroom loot news

Dehradun Reliance Jewellery Showroom Loot: देहरादून में रिलायंस ज्वेलरी शोरूम में इस महीने 9 नवंबर 2023 को 20 करोड़ रुपए के ज्वेलरी लूटने वाला मुख्य आरोपी देहरादून पुलिस ने पकड़ लिया है। पुलिस की टीम ने बिहार के मुजफ्फरपुर के राजेपुर थाना साहेबगंज से लूट में शामिल मुख्य आरोपी अखिलेश उर्फ अभिषेक ऊर्फ गांधी को गिरफ्तार किया। ये आरोपी बसंतपुर थाना बांझपट्टी जिला सीतामढ़ी बिहार का रहने वाला है। इसकी उम्र मात्र 24 साल है।

अखिलेश के पास से स्कॉर्पियो कार भी बरामद हुई है। लूट में शामिल 5 लोगों में से अभी एक की गिरफ्तारी हुई है 4 अभी भी बाकि है। इन आरोपियों के ऊपर पुलिस ने 2-2 लाख रुपए का ईनाम भी रखा है। पुलिस ने इस ऑपरेशन को ऑपरेशन फाइव स्टार नाम दिया है। देहरादून के एसएसपी अजय सिंह इस मामले की छानबीन के लिए बिहार पहुंचे हुए हैं।

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अभिषेक ऊर्फ अखिलेश रिलायंस ज्वेलरी शोरूम में डकैती डालते समय सीसीटीवी में कैद हो गया था। आरोपी ने 13 अप्रैल 2023 को पश्चिम बंगाल के रायगंज में रिलायंस ज्वेलरी शोरूम में 30 करोड़ की ज्वेलरी डकैती में भी हाथ होना स्वीकार किया है।

अन्य आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस लगातार बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में दबिश दे रही है। ये कार्रवाई बिहार और उत्तराखंड की पुलिस ने मिलकर की है। अभी डकैती का मास्टरमाइंड प्रिंस गिरफ्त से बाहर है। पुलिस गोपनीय स्थान पर आरोपियों से पूछताछ कर रही है। गैंग के सदस्य टेलीग्राम, वर्चुअल नंबर और इंटरनेशनल नंबर के जरिए आपस में संपर्क मे रहते थे। यहां देखिए दून पुलिस ने ट्विटर पर गिरफ्तारी से जुड़ी खबरें पोस्ट की है।

9 नवंबर के दिन 5 लोगों ने देहरादून के रिलायंस ज्वेलरी शोरूम में 20 करोड़ की ज्वेलरी दिन दहाड़े लूट ली थी। 5 में से 4 लोग अंदर लूट कर रहे थे और एक बाहर इंतजार कर रहा था। अभिषेक लूट के दौरान बैग में ज्वेलरी भरते समय सीसीटीवी फुटेज में कैद हो गया। इसके बाद ये सभी चंपंत हो गए थे। ये मामला इतना बढ़ गया था कि मुख्यमंत्री तक को इसमें दखल देना पड़ा। पुलिस के लिए भी इज्जत का सवाल बन चुका था। यहां देखिए घटना से जुड़ी दैनिक जागरण में छपी खबर का क्लिप।

15 नवंबर को पुलिस ने इनको सहयोग देने वाले दो लोगों को गिरफ्तार किया था। जिन लोगों ने वाहन, बंदूक उपलब्ध करवाए थे उनको भी हिरासत में लिया गया। इसके बाद 1 और सहयोगी की गिरफ्तारी 20 नवंबर को हुई थी। अभी भी प्रिंस कुमार और विक्रम कुशवाहा फरार है।

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डिस्क्लेमर: ये लेख सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है।