Kanpur Jewellers, Kanpur Income tax, Jewellers Income Tax: कानपुर में 5 दिन पहले आयकर विभाग की टीम ने सर्राफा व्यापारियों और रियल एस्टेट कारोबारियों के ठिकानों पर छापेमारी की कार्यवाही की थी। वह अब पूर्ण हो चुकी है। इस कार्यवाही में आयकर विभाग ने कुल ₹25 करोड़ की बरामदगी भी की है।बताया जा रहा है कि पिछले करीब 7 महीनों से आयकर विभाग इन कर चोरी करने वाले सभी व्यापारियों की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल के जरिए ट्रैकिंग कर रहा था।
दरअसल कुछ दिन पहले आयकर विभाग की टीम को इन सभी व्यापारी और कारोबारियों के द्वारा 2000 के नोटों के लेनदेन आदि के कुछ क्लू मिले थे। जिसके बाद आयकर विभाग के अधिकारी एक्शन में आए और इन सभी सराफा व्यापारियों व रियल एस्टेट कारोबारियों पर नजर रखने का काम शुरू कर दिया था शक पुख्ता होने पर बीते गुरुवार ही आयकर विभाग की टीम ने कानपुर में सराफा व्यापारियों और रियल एस्टेट कारोबारियों के 17 ठिकानों पर छापेमारी की कार्यवाही की थी।
देश के 60 हजार ज्वेलर्स के फेसबुक ग्रुप ‘सुनार ज्वेलर्स एकता’ से जुड़े
IANS न्यूज एजेंसी के मुताबिक कानपुर में आयकर विभाग को 300 करोड़ तक की टैक्स चोरी के सबूत मिले हैं। छापे में करीब 1200 करोड़ रुपए के बोगस खरीद के बिल मिले हैं। वहीं 500 करोड़ रुपए की बोगस बिक्री के बिल भी मिले। 6 दिन तक चलने वाले छापे में इनकम टैक्स विभाग के करीब 300 कर्मचारी शामिल थे।
वही देश भर में 55 ठिकानों पर यह कार्यवाही की गई थी।कार्यवाही के दौरान जो बात सामने इसमें बताया जा रहा है कि राधे मोहन पुरुषोत्तम दास ज्वेलर्स दो फर्मों के जरिए अपना कारोबार संचालित करते थे। दूसरी फर्म का नाम राधामोहन पुरुषोत्तमदास प्राइवेट लिमिटेड है।
यह व्यापारी कानपुर के नामी कारोबारियों में से एक है। इस फर्म को किसी दूसरे को कपड़े का कारोबार करने के लिए दे रखा था। दोनों फर्मो से बड़े पैमाने में केश में खरीदी बिक्री व लेनदेन किया गया है। वही आईटी की टीम एमराल्ड हाउसिंग के प्रोमोटर्स के ठिकानों पर भी डेरा डाले बैठी थी। वही शनिवार को टीम ने एक बीएमडब्ल्यू कार से 12 किलो सोना भी बरामद किया था। राधामोहन ज्वेलर्स इस सोने के कागज़ नही दिखा पाए है इसलिए आईटी के अधिकारियों को सोने की तस्करी होने की आशंका है।
बताया जा रहा है उत्तर प्रदेश में यह पहली बार है। जब आयकर विभाग की टीम ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए इतनी बड़ी टैक्स चोरी पकड़ी है। इसके पहले तक उत्तर प्रदेश में आयकर विभाग की टीम मैनुअली काम करती थी। जिससे कि काफी समय लग जाता था लेकिन इस बार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से हाईटेक तरीके से कर चोरी करने वाले कारोबारियों और व्यापारियों की ट्रैकिंग करने में आयकर विभाग को बड़ी सफलता हाथ लगी है।
हालांकि आयकर विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जांच पूरी होने तक चोरी किए गए टैक्स की राशि बढ़ने की संभावना है।
यूट्यूब चैनल देखें- https://youtube.com/GoldPriceTodayNews
ट्विटर पर फॉलों करें- https://twitter.com/today_gold
तुरंत अपडेट के लिए टेलीग्राम ग्रुप में शामिल हों- https://telegram.me/goldsilverprice
ईमेल पर सुझाव भेजें- goldkabhav@gmail.com