Gold jewellers, सराफा मार्केट: अब धीरे-धीरे लॉकडाउन हटेगा और सराफा की दुकानें खुलने लगेंगी पर सराफा कारोबारियों और ज्वेलर्स को एक नई चिंता सता रही है। ज्वेलरी की दुकानों में कोरोना के कारण बहुत कम कर्मचारी काम कर रहे हैं वहीं सिर्फ मास्क पहने लोगों को ही प्रवेश दिया जा रहा है। इससे दुकानों में दिनदहाड़े लूट का खतरा बढ़ गया है।
लखनऊ सराफा एसोसिएशन के वरिष्ठ महामंत्री प्रदीप अग्रवाल के मुताबिक मास्क लगाकर आने से दुकानों पर लूटपाट का खतरा बढ़ेगा। इसके लिए लखनऊ सराफा एसोसिएशन ने जूम एप पर ऑनलाइन बैठक कर कुछ फैसले भी लिए हैं। इनकी जानकारी नीचे दी गई है।
वहीं चंडीगढ़ सराफा एसोसिएशन के सूरज चौहान के मुताबिक खतरा तो बढ़ेगा पर इसके लिए सावधानी भी रखनी होगी। उन्होंने कहा कि अब दुकान के बाहर पहले तस्वीर ली जाएगी। अगर मास्क नहीं है तो ग्राहक को मास्क दिया जाएगा। ग्राहकों की रजिस्टर में इंट्री होगी। दुकान के अंदर एक-एक ग्राहक को इंट्री दी जाएगी।
इकोनॉमिक टाइम्स में छपी एक खबर के मुताबिक तनिष्क, कल्याण ज्वेलर्स, जॉयलुक्कास, सेंको गोल्ड एंड डायमंड जैसी बड़ी दुकानें एक तिहाई कर्मचारियों के साथ खुल गई हैं। पर इनमें भय का माहौल है क्योंकि इन शोरूम में करीब 300 करोड़ के सोने, चांदी, हीरे की ज्वेलरी रहती है।
गोल्ड प्राइस टूडे ने इस मुद्दे पर फेसबुक पर पोल किया था। इस पोल 95 फीसदी ज्वेलर्स का मानना है कि ग्राहकों के मास्क लगाकर आने से सराफा में दुकानों पर लूटपाट का खतरा बढ़ सकता है।
इंडियन बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA)के सेक्रेटरी सुरेंद्र मेहता ने कहा कि ‘हमें चिंता है कि ज्वेलरी दुकानों को लूटने के केस हो सकते हैं। हर कोई मास्क में होगा क्योंकि कोरोना काल में ये जरूरी है। इससे पहले भी कई केस हुए हैं जिसमें मास्क पहने हुए लोगों ने लूट की है।’
ऑल इंडिया ज्वेलर्स और गोल्डस्मिथ फेडरेशन के राष्ट्रीय संयोजक पंकज अरोरा के मुताबिक डर बढ़ेगा पर मास्क और स्कार्फ में अंतर होता है। इसका हल निकल जाएगा।
इसके अलावा शोरूम पर आने वाले ग्राहकों के व्यवहार पर भी नजर रखी जाएगी। कुछ ज्वेलर्स हाई रिजोल्यूशन कैमरा लगा रहे हैं। वहीं कुछ कैमरों की संख्या भी बड़ा रहे हैं। इसके अलावा गार्ड की संख्या भी बढ़ाई जा रही है।
टायटन के सीईओ अजोय चावला ने कहा कि सिक्योरिटी के साथ कोई समझौता नहीं होता। ग्राहकों की जानकारी शोरूम में घुसने समय ही ले ली जाती है। दक्षिण भारत में भय और ज्यादा है यहां देश में बिकने वाले सोने का 40 फीसदी है। यहां एक बड़े शोरूम में 200 से 300 करोड़ की ज्वेलरी होती है।
वहीं एक चिंता और है मेटल पर कोरोना वायरस कई दिन तक रह सकता है। अगर कोई कोरोना पॉजिटिव मरीज सोने को छू लेता है तो उससे दूसरों को भी संक्रमण का खतरा हो सकता है। ज्वेलर्स को अब दुकान खोलते समय कई सावधानियां बरतनी होंगी।
मुंबई के ज्वेलर और मुंबादेवी ज्वेलर्स एसोसिएशन के वाइस प्रेसीडेंट कुमार जैन के मुताबिक कोरोना के समय कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग का बड़ा महत्व है। इसलिए दुकान में घुसते समय ग्राहक का नाम और मोबाइल नंबर लिया जाएगा।
मोबाइल पर ओटीपी भेजा जाएगा। इससे मोबाइल नंबर वैरिफाई हो जाएगा और ग्राहक के दुकान में आने का टाइम भी पता चल जाएगा। अगर बाद में कोई कोरोना मरीज निकलता है तो इससे ग्राहकों को बताने में भी आसानी होगी।
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लखनऊ सराफा एसोसिएशन के महामंत्री प्रदीप अग्रवाल ने बताया कि एसोसिएशन ने फैसला किया है कि सर्वप्रथम ग्राहक के आने पर उसका थर्मल स्कैनिंग से टेंपरेचर लिया जाएगा। उसके बाद सैनिटाइजर से उसके हाथ वॉश कराए जाएंगे।
इसके बाद उसका पुराना मास्क जो उसने लगाया हुआ है वह उतार कर उसे दूसरा मास्क दिया जाएगा। जब तक वह मास्क बदलेगा सामने हमारा कैमरा जो उसके फेस पर फोकस कर रहा होगा उस कैमरे से मैं उसकी फोटो क्लियर आ जाएगी। इसके बाद उसे एक जोड़ी दस्ताने देंगे फिर उसको दुकान के अंदर आने देंगे।
यह फैसला लखनऊ सर्राफा एसोसिएशन की जूम ऐप की बैठक में लिया गया है। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए दुकान का सारा स्टाफ दस्ताने पहनेगा और मुंह पर मास्क लगाएगा अगर ग्राहक आभूषण पहनने को कहेगा, पहन के देखने को कहेगा तो वह आभूषण सेल्स स्टाफ पहनकर दिखाएगा लेकिन ग्राहक को पहनने के लिए नहीं दिया जाएगा।
डिस्क्लेमर: ये लेख सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। अगर आप कोई भी निवेश करते हैं तो पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय अवश्य लें। भाव की हमारी कोई भी जिम्मेदारी नहीं है। गोल्ड प्राइस टूडे से जुड़े लोग निजी तौर पर सोने चांदी की खरीद, बिक्री या ट्रेडिंग नहीं करते हैं। आपको होने वाले किसी भी नुकसान की जिम्मेदारी गोल्ड प्राइस टूडे की नहीं होगी।